परिषद विद्यालयों के बच्चे अब क्रिकेट में भी दिखाएंगे दमखम
अयोध्या जिले के परिषद विद्यालयों के बच्चों के लिए अब खेल शिक्षा का नया अध्याय शुरू हो गया है। शिक्षा के साथ-साथ खेल प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से रामनगर में संचालित परिषद विद्यालयों के छात्रों को क्रिकेट में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
क्रिकेट टूर्नामेंट से होगा चयन
इस पहल के तहत जिले के 20 विद्यालयों के बीच क्रिकेट प्रतियोगिता कराई जा रही है। विद्यालय स्तर पर 25-25 खिलाड़ियों की तीन टीमें बनाई जाएंगी। बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को आगे की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। इसके लिए 2 राज्य स्तरीय प्रशिक्षक विद्यालयों में जाकर खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देंगे।
शिक्षा के साथ खेल का महत्व
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का मानना है कि शिक्षा के साथ खेल भी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है। क्रिकेट को लेकर बच्चों में बढ़ते उत्साह को देखते हुए सरकार और प्रशासन ने यह कदम उठाया है। इससे न केवल खेल प्रतिभाओं को मंच मिलेगा बल्कि टीम वर्क और अनुशासन जैसी जीवन उपयोगी सीख भी बच्चों को मिलेगी।
प्रशिक्षकों की देखरेख में होगा प्रशिक्षण
खिलाड़ियों को नियमित रूप से प्रशिक्षित करने के लिए विशेषज्ञ प्रशिक्षकों को जोड़ा गया है। प्रशिक्षक बच्चों को बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग की बारीकियां सिखाएंगे। खास बात यह है कि चयनित टीमें निःशुल्क प्रशिक्षण और उपकरण की सुविधा भी पाएंगी।
खेल प्रतियोगिताओं का विस्तार
उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों जैसे महाराष्ट्र और तमिलनाडु में भी इस तरह की पहल पहले से सफल रही है। अब अयोध्या में भी इस प्रयोग की शुरुआत की गई है। इसके जरिए ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली बच्चों को जिला स्तर से लेकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
बच्चों में आत्मविश्वास का विकास
खेल शिक्षा का सीधा असर बच्चों के आत्मविश्वास और शारीरिक विकास पर पड़ता है। परिषद विद्यालयों में क्रिकेट प्रशिक्षण शुरू होने से बच्चों में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। यह पहल शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी ग्रामीण बच्चों को अवसर देने का सकारात्मक प्रयास है।
निष्कर्ष
अयोध्या में परिषद विद्यालयों के बच्चों के लिए शुरू हुआ क्रिकेट प्रशिक्षण अभियान ग्रामीण प्रतिभाओं को नई दिशा देगा। यह प्रयास न केवल बच्चों को खेलों में पारंगत बनाएगा बल्कि उन्हें शिक्षा और खेल दोनों क्षेत्रों में संतुलित विकास का अवसर प्रदान करेगा।
